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डिजिटल युग में पत्रकारिता और मूल्यों की पुनर्स्थापना विषय पर मीडिया सम्मेलन

डिजिटल युग में पत्रकारिता में आत्म-नियमन, आत्म-अनुशासन और आत्म-नियंत्रण मूल्य-आधारित पत्रकारिता संभव
– ब्रह्माकुमार डॉ. शांतनुभाई, राष्ट्रीय समन्वयक मीडिया प्रभाग, माउंट आबू
सोनई (वार्ता)- डिजिटल युग में पत्रकारिता में आत्म-नियमन, आत्म-अनुशासन और आत्म-नियंत्रण मूल्य-आधारित पत्रकारिता  संभव हैं,  उक्त विचार कहे, ब्रह्माकुमार डॉ. शांतनुभाई, राष्ट्रीय समन्वयक मीडिया प्रभाग, माउंट आबू ने । डिजिटल युग में पत्रकारिता और मूल्यों की पुनर्स्थापना विष पर विचार-मंथन हेतु ब्रह्माकुमारीज् मीडिया प्रभाग और प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, सोनई की ओर से  मीडिया सम्मेलन आयोजित किया गया।
डॉ. शांतनु भाई ने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ, पत्रकारिता, अन्य तीन स्तंभों को निरंतर सहयोग प्रदान करने का कार्य कर रहा है और कहा कि किसी भी कार्य की पुनर्स्थापना करते समय मूल्यों का संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय का कार्य 140 देशों में चल रहा है और सामाजिकता का संवर्धन हो रहा है।
प्रो. डॉ. सोमनाथ वडनेरे ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि डिजिटल साइबर तकनीक में आज भी प्रिंट मीडिया अपनी विश्वसनीयता बनाए हुए है और चूँकि डिजिटल पत्रकारिता एक दोधारी तलवार है, इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाना चाहिए और मूल्यों के खजाने को सुरक्षित रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया बहुत खतरनाक होता जा रहा है क्योंकि इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि तकनीक से डरे बिना एक तकनीक प्रेमी की तरह काम करते रहना चाहिए और पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दिए।
सेवा केंद्र संचालिका उषा दीदी ने कार्यक्रम का संचालन किया। सोमनाथ म्हस्के, डॉ. दीपक हरके, जलमित्र सुखदेव फुलारी ने कार्यक्रम का मार्गदर्शन किया। पत्रकारों की ओर से वृक्षारोपण कर गणमान्यों का अभिनंदन किया गया। अंत में विनायक दरंडले ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सम्मेलन में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, साइबर, सोशल मीडिया, जनसंपर्क, विज्ञापन क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ मीडिया शिक्षा संस्थानों और तालुका के पत्रकार भी उपस्थित थे।